Sunday, April 8, 2018

Lyrics - Tu Rehne Wali Mehlon Ki hindi/urdu/devnagri - Attaullah Khan Essakhilvi

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Tu Rehne Wali Mehlon Ki - Attaullah Khan Essakhilvi
तू रहने वाली महलों की, मैं इक तस्वीर ग़ुरबत की - अत्ता उल्लाह खान इसाख इल्वी


तू रहने वाली महलों की, मैं इक तस्वीर ग़ुरबत (poverty) की 
तेरी नज़रों में क्या होगी कदर मेरी मोहब्बत की 

मरासिम (connection/relation) तोड़ दो सारे मेरा दिल मुझको दे दो तुम
मोहब्बत आपकी दुनिया में है मंडी तिज़ारत (trade) की

मैं तेरे शहर से भी तोड़ दूंगा अपना हर रिश्ता
के मैंने देख ली ज़ालिम, हदें तेरी शराफत की 

यहाँ फूलों में भी मिलती है खुशबु बेवफाई की
खड़ी देखी हैं राहों में, दीवारें मैंने नफरत की 

जीने का राज़ मैंने मोहब्बत में पा लिया
जिसका भी गम हुआ उसे अपना बना लिया
तुम गम का बोझ रो के भी हल्का न कर सके
मैंने ख़ुशी की आड़ में हर गम छुपा लिया

मैं सेहराओं (deserts) में ले कर आ गया हूँ ज़िन्दगी अपनी
सुनी है दुःख भरी जब से कहानी मैंने इशरत की 

1 comment:

  1. तू रहने वाली महलों की, मैं इक तस्वीर ग़ुरबत की
    तू रहने वाली महलों की, मैं इक तस्वीर ग़ुरबत की
    तेरी नज़रों में क्या होगी 2 कदर मेरी मोहब्बत की
    तू रहने वाली महलों की, मैं इक तस्वीर ग़ुरबत की
    तू रहने वाली महलों की, मैं इक तस्वीर ग़ुरबत की

    मरासिम तोड़ दो सारे मेरा दिल मुझको दे दो तु
    मरासिम तोड़ दो सारे मेरा दिल मुझको दे दो तु
    मोहब्बत आपकी दुनिया में है मंडी तिज़ारत की
    मोहब्बत आपकी दुनिया में है मंडी तिज़ारत की
    तेरी नज़रों में क्या होगी 2 कदर मेरी मोहब्बत की
    तू रहने वाली महलों की, मैं इक तस्वीर ग़ुरबत की
    तू रहने वाली महलों की, मैं इक तस्वीर ग़ुरबत की

    मैं तेरे शहर से भी तोड़ दूंगा अपना हर रिश्ता
    मैं तेरे शहर से भी तोड़ दूंगा अपना हर रिश्ता
    के मैंने देख ली ज़ालिम, हदें तेरी शराफत की
    के मैंने देख ली ज़ालिम, हदें तेरी शराफत की
    तेरी नज़रों में क्या होगी 2 कदर मेरी मोहब्बत की
    तू रहने वाली महलों की, मैं इक तस्वीर ग़ुरबत की
    तू रहने वाली महलों की, मैं इक तस्वीर ग़ुरबत की

    यहाँ फूलों में भी मिलती है खुशबु बेवफाई की
    यहाँ फूलों में भी मिलती है खुशबु बेवफाई की
    खड़ी देखी हैं राहों में, दीवारें मैंने नफरत की
    खड़ी देखी हैं राहों में, दीवारें मैंने नफरत की
    तेरी नज़रों में क्या होगी 2 कदर मेरी मोहब्बत की
    तू रहने वाली महलों की, मैं इक तस्वीर ग़ुरबत की
    तू रहने वाली महलों की, मैं इक तस्वीर ग़ुरबत की

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